मैं से तुम नहीं जब हम बन जाओगे I जीवन धारा का मीठा जल तभी ग्रहण कर पाओगे I मैं से तुम नहीं जब हम बन जाओगे I जीवन धारा का मीठा जल तभी ग्रहण कर पाओगे I
कुछ इस तरह दर्द-ऐ-दिल ज़ुबान पर आया नहीं, कि उन्होंने पूछा नहीं और मैंने बताया नहीं। कुछ इस तरह दर्द-ऐ-दिल ज़ुबान पर आया नहीं, कि उन्होंने पूछा नहीं और मैंने बताया नह...
तुम मिलना चाहती हो...। तुम मिलना चाहती हो...।
अरे दोस्तों, जाने क्या ऐसी बात हो गई...। अरे दोस्तों, जाने क्या ऐसी बात हो गई...।
आसान नहीं ! आसान नहीं !
तुम्हारे हाथों का स्पर्श अब भी मेरी तुम्हारे हाथों का स्पर्श अब भी मेरी